पंजाब में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के भगोड़ा घोषित होने के बाद से पंजाब पुलिस जगह-जगह छापे मार रही है। पंजाब पुलिस सक्रियता के साथ चप्पे चप्पे पर अपनी नज़र बनाए हुए हैं। रविवार को बॉर्डर पर अमृतपाल सिंह के पोस्टर जगह-जगह चस्पा कर दिए गए हैं। इसके अलावा पलिया से आने और जाने वाली बसों की सघन तलाशी ली जा रही है। चंपावत के टनकपुर से ऊधम सिंह नगर जिले तक नेपाल से लगी सीमा में कई ऐसे चोर रास्ते हैं जहां से अपराधी चकमा देकर नेपाल भाग सकता है। आशंका है कि अमृतपाल भी नेपाल भागने के लिए इन चोर रास्तों का उपयोग कर सकता है।
सुरक्षा एजेंसियों की इन सारे रास्तों पर पैनी नजर हैं.. अभी तक अमृतपाल से जुड़ी कोई भी जानकारी हाथ नही आई हैं
फिलहाल अमृतपाल के यूपी- हिमाचल प्रदेश से उत्तराखंड में दाखिल होने के इनपुट पर अंतरराज्यकीय बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। साथ ही उत्तराखंड-नेपाल सीमा पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ ही गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। फेसबुक पर अमृतपाल के समर्थन पर पोस्टों को लाइक और शेयर करने के बाद पुलिस ने संदिग्ध लोगों का डोजिएर बनाए थे। वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के उत्तराखंड में होने का इनपुट मिलने से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं। वहीं यह भी संभावना जताई जा रही है कि अमृतपाल सिंह कहीं नेपाल तो नहीं भाग गया? अगर वह उत्तराखंड में ही है तो उसके लिए नेपाल तक पहुंचना आसान नहीं होगा।
Author @EktaMishra