जिन लड़कियों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था, बस घर के चूल्हा चौकी तक ही सीमित किया जाता था वह लड़कियां आज विदेशों में भारतीय तिरंगे का मान रख रही है जी हां मैं बात कर रही हूं हरियाणा की छोरी साक्षी मलिक की भारत की स्टार महिला पहलवान साक्षी मलिक ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इतिहास रचा। उन्होंने महिलाओं की 62 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती का गोल्ड मेडल अपने नाम किया। भारतीय पहलवान ने कनाडा की एना गोडिनेज को एकतरफा से हराते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना पहला गोल्ड जीता, जबकि यह भारत का कुल 8वां गोल्ड है। आपको बता दें यह साक्षी का राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक है। इससे पहले वह राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और कांस्य पदक जीत चुकी हैं।
इसके अलावा भारत के दिग्गज पहलवान बजरंग पुनिया ने पुरुषों के 65 किलोग्राम भारवर्ग में शुक्रवार को राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है. बजरंग ने फाइनल में कनाडा के लाचनाल मैक्निल को 9-2 मात देकर सोने का तमगा हासिल किया. बजरंग पूनिया का ये कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार तीसरा मेडल है. बजरंग ने कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार दूसरा गोल्ड जीता. पिछली बार गोल्ड कोस्ट में भी उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था और उसी स्वर्णिम कामयाबी को उन्होंने दोहराया. ग्लास्गो में बजरंग गोल्ड जीतने से चूक गए थे. साल 2014 में उन्हें सिल्वर मेडल से संतुष्ट रहना पड़ा था।
बजरंग के अलावा दीपक पूनिया ने भी गोल्ड जीता,दीपक पूनिया ने पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को पुरुषों के 86 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग में 3-0 से हराकर गोल्ड जीता. वे 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल हासिल कर चुके हैं. वहीं वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में एक गोल्ड और एक सिल्वर जीता है.
इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन के दम पर भारत मेडल टैली में टॉप-5 में आ गया है. भारत ने अब तक 9 गोल्ड, 8 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज मेडल जीता है और वह 5वें नंबर पर है. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया 50 गोल्ड मेडल सहित 140 पदक के साथ टॉप पर है.अंशु मलिक ने महिला कैटेगरी के 57 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीता. उन्हें फाइनल में नाइजीरिया की ओडुनायो अदेकुओरोये से 4-6 से हार मिली. एक और महिला पहलवान दिव्या काकरान ने 68 किग्रा में ब्रॉन्ज पर कब्जा. इसके अलावा पुरुषों के 125 किमी कैटेगरी में मोहित ग्रेवाल को भी ब्रॉन्ज मिला. अभी भारत को पहलवानों से और भी मेडल की उम्मीद है.
इससे पहले वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुनगा और अंचिता शेउली ने गोल्ड जीता था. वहीं लॉन बॉल्स में महिला टीम ने गोल्ड पर कब्जा कर इतिहास रचा था. पुरुष टेबल टेनिस टीम और पैरा पावर लिफ्टर सुधीर ने भी कमाल का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड अपने नाम किया था. भारत अब तक वेटलिफ्टिंग में सबसे अधिक 10 मेडल जीत चुका है. वहीं कुश्ती में अब तक 6 मेडल मिले हैं.