क्या आप जानते है चीन, अरूणाचल से घुसपैठ क्यों करता है तो चलिए हम आपको बता देते है, चीन अरुणाचल प्रदेश में घुसपैठ कीड़ा जड़ी नामक जड़ी बूटी चुराने के लिए कर रहा है। कीड़ा जड़ी को एक और नाम से भी जाना जाता है, हिमालयन वियाग्रा। कीड़ा जड़ी यानी की हिमालयन वियाग्रा का इस्तेमाल चिकित्सा में कई बीमारियों के लिए किया जाता है। हिमालयन वियाग्रा का इसके अलावा भी कई और फायदे है जिसकी वजह से ये सोने से भी हो गया है। कीड़ा जड़ी की कीमत 20 लाख से भी ज्यादा बताई जाती है। इसके महंगे होने का कारण ये है की, कीड़ा जड़ी एक कैटरपिलर फंगस (caterpillar fungus) है जो कि भारतीय हिमालय और दक्षिण-पश्चिमी चीन में किन्हाई-तिब्बती पठार की ऊंचाईयों पर मिलता है।
कीड़ जड़ी या हिमालयन वियाग्रा, ऊर्जा बढ़ाने की क्षमताओं के लिए लोकप्रिय हुआ था। साल 1993 में जब चीनी राष्ट्रीय खेलों में नौ विश्व रिकॉर्ड तोड़ने वाली महिलाओं ने अपनी बेहतरीन जीत और स्टेमिना का राज़ खोला तो श्रेय इस जड़ी बूटी को दिया था। इन महिलाओं ने खुलासा किया कि वे नियमित रूप से कॉर्डिसेप्स ले रहे थी जिसमें कि कीड़ा जड़ी शामिल थी। हिमालयन वियाग्रा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। कीड़ा जड़ी ये नाम बहुत अतरंगी जैसा है। आपको नाम से पता चलता होगा की कीड़ा यानी की जानवर और जड़ी यानी की पौधा या वनस्पति। कीड़ा जड़ी, जानवर और प्लांट दोनों का मिक्सचर है। कीड़ा जड़ी एक मशरूम है। कीड़ा जड़ी एक अलग ही प्रकार का मशरूम है जो कीड़े में पनपता है। कीड़ा जड़ी हैपिलस फैब्रिकस नाम के कैटेरपिलर (Hapilus Fabricus Caterpillar) के शरीर में पनपता है वो भी उन्हें मारकर। कैटरपिलर इस फंगस के चलते मर जाता है और उसका शरीर एक जड़ी का रूप ले लेता है। कीड़ा जड़ी का आधा हिस्सा जड़ी जैसा दिखाई देता है और आधा हिस्सा किसी कैटरपिलर की तरह दिखाई देता है। कीड़ा जड़ी पीले-भूरे रंग का होता है, इसलिए इसे कीड़ा जड़ी कहते हैं। कीड़ा जड़ी का वैज्ञानिक नाम कोर्डिसेप्स साइनेसिस (Cordyceps Sinensis) है। यह कैटरपिलर यानी इल्ली और फंगस का रेयर कॉम्बिनेशन है। कीड़ा जड़ी का साइज़ 2 इंच तक हो सकता है, और इसका वजन 300 से 500 मिलीग्राम होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन का कहना है कि यह सिक्किम में 4500 मीटर की ऊंचाई वाले इलाके में पाई जाती है। मतलब सिक्किम में जहां पर पेड़ उगने बंद हो जाते हैं वहां पर यह कीड़ा जड़ी मिलती है। यह सिर्फ भारत में ही नही उगता है, इसके अलावा नेपाल, भूटान, तिब्बत में भी मिलती है। नेपाल और तिब्बत में इसे यारशागुंबा कहते हैं। The Week की रिपोर्ट के अनुसार इंटरनेशनल मार्केट में कीड़ा जड़ी की कीमत 65 लाख रुपए प्रति एक किलोग्राम है। चीन में कीड़ा जड़ी को नेचुरल स्टेरॉयड माना जाता है। चीन इसे अपने खिलाडियों को खाने के लिए देता है।
पारंपरिक चिकित्स्क में कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल किडनी, नपुंसकता जैसी बिमारियों का इलाज करने के लिए करते हैं। कीड़ा जड़ी से 21 तरह की बीमारियां ठीक की जा सकती है। कीड़ा जड़ी, इम्युनिटी और एनर्जी लेवल को बढ़ाता है, सूजन को कम करता है, कीड़ा जड़ी में प्राकृतिक एंटी कैंसर एजेंट मिलता है। यह दिल से जुडी बिमारियों को ठीक करता है और सेक्स ड्राइव बढ़ाता है। साथ ही इसके सेवन से मेमोरी पॉवर बढ़ती है और यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करता है।
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