राहुल गांधी अपने बयानों के कारण कई बार मीडिया की सुर्खियों में रहे थे लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वो अपनी t-shirt के कारण मीडिया के सुर्खियों में बने थे क्योंकि ये सर्दी का मौसम है और राहुल गांधी सिर्फ T-shirt में ही दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में चलते नज़र आए जबकि उत्तरी राज्यों में भीषण ठंड पड़ रही थी। भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अपनी यात्रा के अंतिम चरण के लिए गुरुवार को पंजाब से जम्मू पहुंचे। राहुल गांधी, जो सिर्फ एक टी-शर्ट पहनकर भीषण सर्दी में उत्तर भारत में मार्च कर रहे थे, आज पहली बार जैकेट में देखे गए। जम्मू के कई हिस्सों में सुबह से बूंदाबांदी हो रही है, यही वजह है कि गांधी ने आखिरकार सुरक्षात्मक कपड़े पहने। बाद में उन्हें जैकेट उतारते और अपनी सिग्नेचर व्हाइट टी-शर्ट में चलते देखा गया। यात्रा ने 125 दिन पूरा कर लिया है। यात्रा ने 3400 किलोमीटर का सफर तय कर लिया है और यात्रा अब अपने माजिल के पास पहुंचने वाली है। राहुल गांधी इस यात्रा के दौरान विपक्षी पार्टी के के निशाने पर भी रहे तो उनके चाहने वालो ने उनकी काफी प्रसंशा भी की। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें ठंड लगती है तो वह और कपड़े पहनेंगे, जो अब तक ऐसा नहीं हुआ है।
52 वर्षीय कांग्रेस नेता 25 जनवरी को जम्मू कश्मीर के रामबन जिले के बनिहाल में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए तैयार हैं, और दो दिन बाद – 27 जनवरी को अनंतनाग के रास्ते श्रीनगर में प्रवेश करने वाले हैं।
आज सुबह जब यात्रा कठुआ के हटली मोड़ से शुरू हुई तो पुलिस और अर्धसैनिक बल दोनों ने मिलकर गांधी परिवार और उनके सह-यात्रियों का घेराव करते हुए बड़े पैमाने पर सुरक्षा प्रदान की है। जैमर भी लगाए गए हैं। गांधी को पहले सुरक्षा एजेंसियों द्वारा कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कुछ हिस्सों में नहीं चलने की सलाह दी गई थी।
जैसा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने जम्मू में प्रवेश किया, एक भव्य स्वागत के साथ, शीर्ष कश्मीरी नेता और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला उनके स्वागत के लिए लखनपुर गए, गांधी ने लोगों के साथ तालमेल बिठाने के लिए अपने कश्मीरी वंश का आह्वान किया। उन्होंने राज्य के निवासियों के “दर्द और पीड़ा” के बारे में बात की।
गीत और नृत्य के बीच, राहुल गांधी का पंजाब के माधोपुर में भव्य स्वागत किया गया था, जो जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के साथ सीमा साझा करता है। यात्रा का स्वागत करने के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए थे ।अब यात्रा अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है और 30 जनवरी को श्रीनगर में एक भव्य समापन के साथ समाप्त होगी। यात्रा चड़वाल में रात को विश्राम करेगी और कल सुबह यह हीरानगर से दुग्गर हवेली तक चलेगी और 22 जनवरी को विजयपुर से सतवारी तक जाएगी।
Author @AnkushPrakash