दिल्ली में हवा की गुणवत्ता मंगलवार को खराब हो गई क्योंकि दिल्ली, एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों में धूल प्रदूषण का उच्च स्तर देखा गया। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 134 यानी ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज किया गया था। दिल्ली एनसीआर में सुबह छह बजे से धूल भरी तेज हवाएं चल रही हैं। इससे आईजीआई एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी 1100 मीटर तक कम हो गई है।
बीते सोमवार को गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया गया था। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण पर वास्तविक समय स्रोत विभाजन अध्ययन के निष्कर्षों पर चर्चा करने और दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में और सुधार के लिए रणनीति विकसित करने के लिए सोमवार को एक गोलमेज सम्मेलन आयोजित करेगी।
“पर्यावरण बचाओ गोलमेज सम्मेलन” दिल्ली सचिवालय में होगा, और इसमें वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, SAFAR, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, भारत मौसम विज्ञान विभाग, विश्व बैंक, केंद्र के प्रतिनिधि भाग लेंगे। राय ने कहा, “हम प्रतिभागियों के साथ स्रोत विभाजन अध्ययन की रिपोर्ट साझा करेंगे, उनके सुझाव मांगेंगे और दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को और कम करने के लिए रणनीति तैयार करेंगे”। रीयल-टाइम स्रोत प्रभाजन अध्ययन किसी भी स्थान पर वायु प्रदूषण में वृद्धि के लिए जिम्मेदार कारकों की पहचान करने में मदद करता है, जैसे कि वाहन, धूल, बायोमास जलाना और उद्योगों से उत्सर्जन, ताकि तत्काल निवारक उपाय किए जा सकें।