मेटा ने लिया बड़ा फैस्ला, इंस्टाग्राम और फेसबुक से निकाले जा रहे है लोग।
खबर आ रही है की मेटा कंपनी ने अपने इंस्टाग्रम, फेसबुक और व्हाट्सप्प के कुल 13% स्टाफ को निकाल दिया यानि की इंहोने 11,000 कर्मचारियों को निकाल दिया है।
मेटा कंपनी के मालिक मार्क ज़करबर्ग ने ब्लॉग पोस्ट में पहले ही लिख कर इंटेला कर दिया था। कंपनी में भर्ती करने के ऊपर पहले ही रोक लगा दी थी और अब जो है उनमे भी छंटनी हो रही है। सेप्टेम्बर में 87,314 कर्मचारी थे मेटा मे।
सोचने वाली बात यह है की कुछ दिन पहले ट्विटर ने अपने 50% स्टाफ को निकाल दिया था, अमेज़न और एप्पल ने भी नयी भारतीयों पर रोक लगा दी थी वही भारत में जो नयी टेक की कम्पनिया है जैसे की बाईजूस , उसमे भी कर्मचारियों को निकाला गया है।
मेटा कंपनी ने स्टाफ को निकालने के ऊपर कहा है की यह कदम उन्होंने इसलिए उठाया है ताकि जो उनकी कमाई में गिरावट हुई है उसकी भरपाई हो जाए। उन्होंने यह भी कहा है की कर्मचारियों को चार महीने की बेसिक सैलरी दी जाएगी और साथ में जितने साल किसी ने नौकरी की होगी उसे उसकी 2 हफ्ते की सैलरी हर साल मिलेगी।
मेटा के CEO मार्क ज़करबर्ग ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है की उन्होंने अपने कंपनी के 13% लोगो को निकालने का फैसला किया है यानि की उन्होंने 11,000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। उन्होंने बताया की वो अपनी कंपनी के खर्चो को काम करना चाहते है और नयी भर्ती रोकना चाहते है जिससे उनकी कंपनी बेहतर बन सके।
कंपनी के CEO मार्क ज़करबर्ग ने कहा की उन्होंने यह फैसला इसलिए लिया क्युकी उन्होंने कंपनी की ग्रोथ के बारे में ज्यादा सोचा और फिर कंपनी में ओवर स्टाफिंग हो गयी थी और उन्होंने यह भी बोला की मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हु। उनका केहना है की मंदि, बढ़ते कम्पटीशन और ऐड रेवेनुए के वजह से उनकी कमाई कम हो गयी थी।
रीपोर्टस के मुताबिक कंपनी में हर साल 10 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट होता जिसके बाद से कंपनी की हालत और ख़राब होती गयी क्युकी उनकी कुछ कमाई नहीं हो रही थी। मेटा की ग्रोथ कोरोना लॉक डाउन में बहुत अच्छी रही थी ।