रूस-यूक्रेन के बीच लगभग 8 महीने से चल रही जंग में दोनों देशो में से किसी ने घुटने नहीं टेके है और ये जंग लगातार बहुत खतरनाक रूप धारण करता जा रहा है। रूस-यूक्रेन जंग इस वर्ष फ़रवरी में शुरू हुई थी और अभी तक घमासान जंग जारी है। पश्चिमों देशों ने पुतिन को लगातार वार्निंग दी लेकिन उसके बाद भी रूस नहीं थमा और जंग चलता रहा। रूस के ऊपर कई देशो ने तरह तरह के प्रतिबन्ध भी लगाए लेकिन रूस उसके बाद भी नहीं रुका। रूस ने पुरे यूक्रेन को धुए की चादर में ढक दिया है, लगातरा चल रहे बम धमाके, मिशाइले, बंदूके आदि के कारन पूरा यूक्रेन धुआँ धुआँ हो गया है। रूस रोज़ाना कई मिसाइलें दाग़ रहा है और कई अहम शहरों को तबाह करने की कोशिश में लगा हुआ है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया की रूस ने 24 फरवरी को जंग शुरू कर दिया था और जंग शुरू होने के बाद से लेकर अब तक यूक्रेन में 4,700 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वीडियो के ज़रिये बीते रविवार को ये सुचना दी और कहा की रूस ने जंग के 270 दिनों के अंदर यूक्रेन में 4,700 से ज़्यादा मिसाइलों का इस्तेमाल किया है।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि हमारे सैकड़ों शहरों को आग के शोलों में तब्दील कर दिया गया है, हज़ारों लोग मारे गए है। सैकड़ों हज़ारों शहरियों को जबरन रूस भेज दिया गया। लाखों लोग जंग के कारन अपनी जान बचने के लिए दूसरे देश भाग गए है। जानकारी के मुताबिक़ ज़ेलेंस्की ने ये भी कहा कि, 20 मिलियन से ज़्यादा लोग 8 नवंबर को बिना बिजली के रह गए थे। बता दें कि रूस के ताबड़तोड़ हमलों के चलते मध्य यूक्रेन
और मग़रिबी के लोखों लोग बग़ैर बिजली के रह रहे हैं। जेलेंस्की ने वीडियो आगे कहा कि क्या आप जानते हैं कि ये मिसाइल हमला क्या है? उन्होंने कहा कि यूक्रेन में 20 मिलियन से ज़्यादा लोग बग़ैर बिजली के हैं। जिस तरह बिजली विभाग को नुकसान हुआ था, ये एक तरह का एमरजेंसी ब्लैकआउट था। जेलेंस्की ने से हुए नुकसान के सिलसिले में बताते हुए कहा कि मिसाइल की वजह से बिजली विभाग को नुकसान हुआ है और इसके कारन यूक्रेन के दो परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के रिएक्टर भी बंद हो गए।
Ankush Prakash